स्कूली बच्चों ने नाटक के जरिए बाल विवाह के दुष्परिणामों की दी जानकारी

कोरिया। स्कूली बच्चों ने नाटक के जरिए बाल विवाह के दुष्परिणामों की दी जानकारीमहतारी वंदन योजना कार्यक्रम के तहत बैकुंठपुर के मिनी स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में बच्चों ने बाल विवाह की रोकथाम के लिए एक प्रभावशाली नाटक प्रस्तुत किया। बच्चों ने नाटक के माध्यम से न केवल बाल विवाह के खतरों को उजागर किया, बल्कि इसके कानूनी पहलुओं के बारे में भी लोगों को जानकारी दी। इस नाटक का उद्देश्य बाल विवाह के दुष्परिणामों और इसके खिलाफ कानूनी जागरूकता फैलाना था। बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि बाल विवाह गैरकानूनी है और इससे बच्चों के जीवन पर गहरा असर पड़ता है। नाटक के दौरान बच्चों ने यह संदेश दिया कि 18 वर्ष से कम आयु में विवाह करना कानूनी अपराध है और इसके परिणामस्वरूप सजा हो सकती है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील करते हुए बताया कि वे अपने बच्चों का विवाह केवल निर्धारित आयु लड़की का उम्र 18 वर्ष और लड़के का उम्र 21 वर्ष होने पर  ही करें और इस तरह बाल विवाह को रोकने में मदद करें।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने महतारी वंदन योजना के लाभार्थियों से भी अपील की कि वे इस कानून का पालन करें और समाज में जागरूकता फैलाने का काम करें। इस प्रेरक नाटक ने उपस्थित सभी लोगों को बाल विवाह के खिलाफ एकजुट होने और इसके प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में प्रेरित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *