चंडीगढ़ । राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने कहा कि देश के राजनीतिक इतिहास में संविधान और बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति कांग्रेस पार्टी का व्यवहार हमेशा विवादों में रहा है। एक ओर कांग्रेस बाबा साहेब के नाम का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए करती है, वहीं दूसरी ओर बाबा साहेब के योगदान और विचारधारा का लगातार अपमान करती आ रही है। उन्होंने कहा कि 1975 में देश पर लगे आपातकाल को शायद ही कोई भूल सकता है। लोकतंत्र का गला घोंटते हुए निर्दोष लोगों को जेलों में डाला गया था। यह संविधान के प्रति कांग्रेस के असंवेदनशील रवैये का जीता जागता उदाहरण है। आज भी कांग्रेस गृह मंत्री अमित शाह के बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है, जो उसकी पुरानी चालबाजी का परिचायक है।
भाजपा ने बाबा साहेब के जीवन और उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य गंभीरता से किया
भाजपा सांसद चौधरी ने कहा कि यह एक कड़वी सच्चाई है कि जब अंबेडकर जी ने भारतीय समाज के कमजोर वर्गों की आवाज उठाने की कोशिश की, तब कांग्रेस ने उन्हें हर संभव तरीके से रोकने की कोशिश की। यहां तककि लोकसभा में उनके प्रवेश को भी रोकने की कोशिश की गई। यह सिर्फ व्यक्तिगत असहमति नहीं थी बल्कि समानता और सद्भाव की वकालत करने वाली बाबा साहेब की विचारधारा को दबाने का प्रयास था।उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने सदैव बाबा साहेब के योगदान का सम्मान किया है। भाजपा ने बाबा साहेब के जीवन और उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य गंभीरता से किया है। उनकी जयंती और उनके विचारों पर आधारित कार्यक्रम आयोजित करना भाजपा की प्राथमिकता में शामिल रहा है।