नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार का नाम सबसे गरीब राज्य में दर्ज है। बेरोजगारी और गरीबी के साथ पलायन सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। इसे दूर करने में नीतीश सरकार असफल रही है। उक्त बातें पूर्व उपमुख्यमंत्री ने मंगलवार को स्थानीय अतिथि गृह में कही। वे कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम के चौथे चरण में मधेपुरा पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि थके सीएम और रिटायर्ड पदाधिकारी से बिहार का विकास नहीं हो सकता। बदलाव जरूरी है।
BJP की मंशा पर किया हमला
माय बहिन सम्मान योजना को लेकर जदयू सांसद ललन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री बताएं कि 15 दिन के बिहार यात्रा में जो दो अरब 25 करोड़ 78 लाख रुपए खर्च किया जा रहा है। वह कहां से आ रहा है। जनता को इसका हिसाब देना चाहिए। उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा के लोग आरएसएस का कानून देश में लागू करना चाहते हैं। चुनाव आयोग समय पर चुनाव नहीं करा सकता है। एक साथ कई राज्यों में चुनाव नहीं हो सकता। एक राज्य में भी एक चरण में चुनाव नहीं संपन्न हो सकता तो पूरे देश में एक साथ चुनाव कैसे संपन्न होगा।
11 सालों में विज्ञापन पर कितना खर्च किया?
अगर खर्च बचाने की बात है तो सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पिछले 11 सालों में अब तक विज्ञापन पर कितना खर्च किया गया है, इसका हिसाब उन्हें देना चाहिए। वे आज कह रहे हैं वन नेशन वन इलेक्शन। फिर कल कहेंगे वन नेशन, वन पार्टी। उसके बाद वन नेशन वन लीडर की बात कहेंगे। इन सबका कोई मतलब नहीं है। बस ये लोग आरएसएस का एजेंडा सेट करना चाहते हैं। इस दौरान पूर्व मंत्री सह सदर विधायक प्रो.चंद्रशेखर यादव, विधायक चंद्रहास चौपाल, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी डा.चंद्रदीप, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी ई.प्रभाष कुमार, ई.नवीन निषाद, जिलाध्यक्ष जयकांत यादव, शक्ति सिंह, मु.खालिद आदि मौजूद थे।
बता दें कि तेजस्वी यादव ने हाल में ही में महिलाओं से एक वादा किया है जिसमें उन्होंने महिलाओं को 2500 रुपये देने की बात कही है। उन्होंने इस योजना का नाम माई बहिन सम्मान योजना दिया है।