बिहार: बिहार में फूड प्रोसेसिंग इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया गया. इस दौरान बिहार राज्य के कृषि-औद्योगिक क्षेत्र की उभरती तस्वीर प्रस्तुत की गई. कार्यक्रम में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान और राज्य के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने भी भाग लिया. साथ ही, प्रमुख निवेशकों और राज्य के कई अधिकारियों भी कार्यक्रम में मौजूद रहे. वहीं इसपर चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में अपार संभावनाएं हैं. यह समय निवेश के लिए सबसे अनुकूल है, क्योंकि यहां कई उत्पाद जैसे लीची और मखाना की हाई-क्वालिटी में उपलब्ध है.
इस कार्यक्रम के दौरान 2,181 करोड़ रुपए के निवेश के 14 LOIs यानी आशय पत्र पर साइन किए गए, जिससे 4,175 नई नौकरियां उत्पन्न होंगी. इनमें Grus & Grade प्राइवेट लिमिटेड की 905 करोड़ की हाई-टेक पोहा प्लांट और जैव-ईंधन परियोजनाएं, SLMG बेवरेजेज की 700 करोड़ की कोका-कोला बॉटलिंग यूनिट, और बाबा एग्रो फूड की 160 करोड़ की आटा मिल शामिल हैं. इसके अलावा मधुबनी मखाना प्राइवेट लिमिटेड और आनंद डेयरी जैसी परियोजनाएं भी राज्य के विकास में योगदान देंगी. ये निवेश बिहार को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में आगे बढ़ता हुआ राज्य बनाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
उद्योग पर बिहार सरकार की नीतियां
राज्य के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने बिहार को निवेशकों के लिए एक बढ़िया डेस्टिनेशन बताते हुए कहा कि राज्य ने हाल के महीनों में 5,500 करोड़ के निवेश को मंजूरी दी है. उन्होंने कहा, ‘हम निवेशकों को इंसेंटिव और सब्सिडी के प्रोसेस को सरल बना रहे हैं’ साथ ही उन्होंने बताया कि बिहार की रणनीतिक स्थिति निवेशकों को पड़ोसी देशों के बाजारों तक पहुंच हो जाएगी.
स्थानीय रोजगार और निर्यात को बढ़ावा
राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीना ने बिहार की कृषि उपजाऊ भूमि और उन्नत कृषि प्रणाली को निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर बताया. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार नीतिगत सुधारों और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर विशेष ध्यान दे रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि इन पहलों से स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और बिहार से निर्यात को भी प्रोत्साहन मिलेगा. मौजूदा समय में, बिहार से करीब 50 हजार करोड़ का निर्यात होता है, जो राज्य की आर्थिक ताकत को दर्शाता है.
भविष्य की संभावनाओं की ओर बढ़ता बिहार
फूड प्रोसेसिंग इन्वेस्टर मीट ने निवेशकों को बिहार के बदलते औद्योगिक माहौल और अवसरों से परिचित कराया. इन संवाद सत्रों में निवेशकों ने एक-दूसरे के साथ सहयोग के अवसरों का पता लगाया. वहीं कार्यक्रम के आखिरी में चिराग पासवान और नीतीश मिश्रा ने मीडिया से बातचीत करते हुए राज्य में निवेशकों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया. यह मीट बिहार की एग्रो-इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी.