अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। प्र
धानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह के मुख्य अतिथि हैं। उन्होंने इसके लिए 11 दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत कर दी है।
वह इस दौरान सात्विक जीवन जीएंगे। राम मंदिर आंदोलन में भारतीय जनता पार्टी काफी मुखर रही है। अपने घोषणा पत्र में भी इसे लगातार शामिल करती आई है।
इतिहास के पन्नों को अगर पलटाकर देखें तो करीब 32 साल पहले आज ही के दिन नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर वाले स्थल पहर पहुंचे थे। वह कन्याकुमारी से कश्मीर तक एकता का संदेश देने के लिए एकता यात्रा पर थे।
नरेंद्र मोदी जब अयोध्या पहुंचे थे तब उन्होंने ‘जय श्री राम’ के नारों के बीच कसम खाई कि राम मंदिर बनने पर ही वह यहां वापस आएंगे। हुआ भी ठीक वैसा ही। राम मंदिर का शिलान्यास उन्हें के कर कमलों से हुआ था। अब प्राण प्रतिष्ठा की बारी है।
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