भोपाल। मध्य प्रदेश में 25.82 लाख से अधिक रजिस्टर्ड बेरोजगार हैं। ये आंकड़ा विधानसभा में मानसून सत्र के पहले दिन सामने आया। कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने प्रदेश में बेरोजगारों की जानकारी के संबंध में प्रश्न लगाया था। कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की ओर से जो जानकारी आई उसके अनुसार प्रदेश में 25 लाख 82 हजार 759 बेरोजगार हैं। जिनका रोजगार कार्यालय में पंजीयन है। 35 महीनों में 2.32 लाख युवाओं को ऑफर लेटर दिये गए। लेकिन इनमें से कितने सरकारी नौकरी में है या कितने प्राइवेट नौकरी में हैं इसका डेटा नहीं है। प्रदेश में पुरुष और महिला युवाओं के साथ ट्रांसजेंडर भी बेरोजगार हैं। इनकी संख्या 183 है। इसके अलावा 15 लाख 90 हजार 387 पुरुष और 9 लाख 92 हजार 189 महिलाएं बेरोजगार हैं। बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए हर साल रोजगार मेले का आयोजन किया जाता है। इसमें प्राइवेट कंपनियों को आमंत्रित किया जाता है। प्राइवेट कंपनियां योग्यता के आधार पर युवाओं को ऑफर लेटर देती है। हालांकि ये प्रक्रिया विवादों में रही है। इन मेलों पर आरोप लगते रहे हैं कि यहां आने वाली कंपनियां जो ऑफर करती है, उसे पूरा नहीं करती। जिसके कारण युवा एक दो महीने में ही वापस लौट आते हैं। मध्य प्रदेश में बीते तीन सालों में कुल 2 लाख 32 हजार 295 युवाओं को ऑफर लेटर मिले हैं। वर्ष 2021-22 में 1 लाख 11 हजार 351, वर्ष 2022-23 में 68 हजार 98 और वर्ष 2023-24 में 52 हजार 846 युवाओं को आफर लेटर दिये गए। अप्रैल-मई 2024 में किसी भी युवा को कोई ऑफर लेटर नहीं मिला है।
भोपाल में सबसे ज्यादा बेरोजगार
प्रदेश में सबसे ज्यादा बेरोजगार राजधानी भोपाल में ही है। यहां 1 लाख 72 हजार 37 युवाओं ने रोजगार कार्यालय में रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है। वहीं ग्वालियर में भी 1 लाख 9 हजार 253 बेरोजगार है। पार्ढूना में सबसे कम 9 बेरोजगार हैं, वहीं मैहर में ये संख्या 25 है। 1 जुलाई 2021 से 31 मई 2024 तक इन 35 महीनों में रोजगार की बात करें तो सबसे ज्यादा रीवा में 15 हजार 995 और अलीराजपुर में सबसे कम 141 युवाओं को ऑफर लेटर दिये गए हैं। वहीं भोपाल में 14 हजार 617, इंदौर में 10690 और जबलपुर में 10508 युवाओं को ऑफर लेटर दिये गए हैं।