रेलवे स्टेशन से बरामद हुए 105 तोते; जानिए हीरामन तोता अपनी मांग के साथ-साथ क्यों है खास

रायपुर: छत्तीसगढ़ में गांजा तस्करी के बाद अब एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. रायपुर रेलवे स्टेशन से तोते की तस्करी करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के पास से 105 तोते बरामद किए गए हैं. इस मामले में वन विभाग ने आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है. आरोपी तोते कहां ले जा रहा था, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है. हीरामन तोते की क्या खासियत है, लोग इस तोते को क्यों ज्यादा रखना पसंद करते हैं. बाजार में इसकी मांग क्यों है. ऐसे तमाम तथ्यों पर हम विस्तार से बात करेंगे. 

वन विभाग में 105 तोते बरामद 

छत्तीसगढ़ के रायपुर में तोते की तस्करी का एक बड़ा मामला सामने आया है. जहां रेलवे स्टेशन से तस्कर शमसुद्दीन नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से 105 तोते बरामद किए गए हैं. आरोपी को वन विभाग ने गिरफ्तार कर लिया है. वन विभाग की पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. 

क्‍यों है खास

पहाड़ी तोता हीरामन पहाड़ी तोता बेहद खास है. बाजार में इसकी मांग काफी है. लोग इसे अपने घर में रखना पसंद करते हैं. इससे इसकी मधुर आवाज के साथ-साथ यह आसानी से सीखता है. इसके बाद कुछ बातें पूछने पर जवाब भी देता है. ये तोते आसानी से सीखकर हर बात का जवाब देते हैं. 

औसतन 1500 रुपए कीमत 

जानकार बताते हैं कि इस तोते की बाजार में कीमत करीब 1500 रुपए है. लोग इन्हें अपने घर और दफ्तर में रखना पसंद करते हैं. ग्रामीण इलाकों में इसकी मांग सबसे ज्यादा है. हालांकि इसे रखना कानूनी अपराध है. 

क्या कहता है कानून? 

वन विभाग के मुताबिक वन्यजीव अधिनियम के तहत तोते को घर, दफ्तर या पिंजरे में रखना कानूनी अपराध है. प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम-1972 (संशोधन अधिनियम मई-2022) के तहत तोते और अन्य अनुसूचित पक्षी प्रजातियों को बंदी बनाकर रखना, पालना, मृत अवशेष जिसमें हड्डियां, नाखून, मांस, बाल शामिल हैं रखना और खरीदना-बेचना वन अपराध माना जाता है. इसके लिए सजा भी हो सकती है.

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