मध्य प्रदेश में मेडिकल में अपना करियर बनाने का सोच रहे स्टूडेंट्स के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। अब इन स्टूडेंट्स को मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए किसी दूसरे राज्य का रुख नहीं करना पड़ेगा बल्कि अब उनको यह सब सुविधाएं प्रदेश में ही मिल जाएगी। दरअसल मध्य प्रदेश में जल्द ही 10 और नए मेडिकल कॉलेज बनाने का काम शुरू किया जाएगा। साथ ही यह कॉलेज पीपीपी मॉल के तहत बनाए जाएंगे। इन कॉलेजों के बनने के बाद मध्यप्रदेश के छात्र-छात्राओं को मेडिकल की पढ़ाई के लिए कहीं और नहीं जाना होगा। प्रदेश में मेडिकल स्टूडेंट्स को मेडिकल फील्ड में बेहतर पढ़ाई देने के लिए चिकित्सा विभाग ने मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए टेंडर भी जारी कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से पता चला है कि प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर इन मेडिकल कॉलेजों को बनाने की कुल लागत करीब 2 हजार 600 करोड़ रुपए के पास आएगी। इन राशि में 10 मेडिकल कॉलेज को बनाया जाएगा। ये 10 मेडिकल कॉलेज प्रदेश के कटनी, टीकमगढ़, बालाघाट, धार, सीधी, खरगोन, पन्ना, बैतुल, भिंड और मुरैना जिले में शामिल है। इन जिलों को मेडिकल कॉलेज की सौगात दी जाएगी। वर्तमान में मध्यप्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज को संचालित किया जाता है। इन सभी 15 मेडकल कॉलेज की मिलाकर एमबीबीएस की 2400 सीटें हैं। इसके अंतर्गत भोपाल में एम्स और गांधी मेडिकल कॉलेज, सागर, ग्वालियर, दतियास खंडवा, रतलाम, शहडोल, विदिशा, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, इंदौर, जबलपुर, सतना और रीवा में ये मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। वहीं, मध्यप्रदेश में 10 नए कॉलेज बनने के बाद इसकी संख्या बढ़कर बाद में 25 पहुंच जाएगी।