नई दिल्ली । टाटा ग्रुप अब भूटान में अपना दम दिखाने को तैयार है। टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा पावर अपने ग्रीन एनर्जी पोर्टफोलियो को बढ़ा रही है। इस योजना के तहत कंपनी भूटान में एक हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में 830 करोड़ रुपये में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी। 600 मेगावाट की क्षमता वाले प्रोजेक्ट के लिए 6900 करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत होगी। इस प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी खरीदने के बाद खोरलोचू हाइड्रो पावर टाटा पावर की सहयोगी कंपनी बन जाएगी। टाटा पावर 600 मेगावाट का स्टेशन डिवेलप करने के लिए ड्रुक ग्रीन पावर के साथ पार्टनरशिप करेगी। इस मौके पर कंपनी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट टाटा पावर को अपने क्लीन और ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन को तेज करने में मदद करेगा।
टाटा पावर ने कहा कि वह लक्जमबर्ग स्टॉक एक्सचेंज से अपने ग्लोबल डिपॉजिटरी शेयर (जीडीएस) को समाप्त करेगी। इसका कारण बताकर कंपनी ने कहा कि इसमें पिछले कई वर्षों से कोई गतिविधि नहीं हुई है। टाटा पावर ने एक रेगुलेटरिंग फाइलिंग में कहा कि जीडीएस में पिछले कई वर्षों से कोई गतिविधि नहीं हुई है। कंपनी ने कहा कि हम जीडीएस प्रोग्राम को खत्म करने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे और इस लक्जमबर्ग स्टॉक एक्सचेंज से हटाया जाएगा।
टाटा पावर ने चालू वित्त वर्ष (2024-25) की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे जारी किए। इस पहली तिमाही में कंपनी का लाभ 4 फीसदी बढ़कर 1189 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं इस अवधि के दौरान कंपनी के रेवेन्यू में भी बढ़ोतरी आई है। यह 12 फीसदी बढ़कर 16810 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह रेवेन्यू 15213 करोड़ रुपये था।