नई दिल्ली । दिल्ली की सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए आम आदमी पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। अरविंद केजरीवाल दिल्ली में पदयात्रा करके सियासी माहौल बनाने में जुटे हैं तो अपने मौजूदा विधायकों के टिकट काटने से भी नहीं कतरा रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने सोमवार को 20 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। इससे पहले 11 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर रखी है। इस बार आम आदमी पार्टी दिल्ली में नो-रिपीट फॉर्मूले का दांव भी आजमा रही है और आधे से ज्यादा विधायकों के टिकट काटे हैं। आम आदमी पार्टी ने सोमवार को 20 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं, जिसमें मनीष सिसोदिया, अवध ओझा, आदिल अहमद खान, सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू और जितेंद्र शंटी जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इस तरह दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों में से 31 सीट पर अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी ने अपने दो विधायकों की सीट बदली है और 18 विधायकों के टिकट काटे हैं। मनीष सिसोदिया और राखी बिड़ला की सीट बदल दी है। आम आदमी पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट में पांच विधायकों के टिकट काटे तो दूसरी लिस्ट में 13 विधायकों का टिकट काट दिया है। इस तरह घोषित 31 में से कुल 18 विधायकों को अरविंद केजरीवाल ने इस बार टिकट नहीं दिया। इस तरह आम आदमी पार्टी ने अभी तक अपने आधे से ज्यादा विधायकों के टिकट काट दिए हैं और उनकी जगह पर नए चेहरों को उतारा है। अरविंद केजरीवाल ने कृष्ण नगर सीट से एसके बग्गा के बेटे विकास बग्गा को प्रत्याशी बनाया है तो चांदनी चौक से विधायक प्रहलाद सिंह साहनी के बेटे पूरनदीप सिंह साहनी (सेबी) को टिकिट दिया है। पूरणदीप सहनी अभी पार्षद हैं। इसके अलावा नरेला से शरद चौहान का टिकट काटकर उनकी जगह पर दिनेश भारद्वाज को प्रत्याशी बनाया है। आदर्श नगर से पवन शर्मा का टिकट काटकर मुकेश गोयल को उम्मीदवार बनाया है। इसी तरह देवली सीट से प्रकाश जरवाल की जगह प्रेम चौहान को टिकट दिया है। आम आदमी पार्टी ने तिमारपुर से दिलीप पांडेय का टिकट काटकर सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को प्रत्याशी बनाया है। मुंडका से धर्मपाल लाकड़ा का टिकट काटकर जसबीर कालरा, जनकपुरी से राजेश ऋषि का टिकट काटकर प्रवीण कुमार, बिजवासन से बीएस जून का टिकट काटकर सुरेंद्र भारद्वाज को प्रत्याशी बनाया है। पालम से भावना गौड़ की जगह जोगिंदर सोलंकी, त्रिलोकपुरी से रोहित मेहरौलिया की जगह अंजना पारचा, शाहदरा से राम निवास गोयल की जगह जितेंद्र शंटी, मुस्तफाबाद से हाजी यूनुस की जगह आदिल अहमद खान को टिकट मिला। अरविंद केजरीवाल ने पहली सूची में मटियाला से मौजूदा विधायक गुलाब सिंह यादव का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह कांग्रेस से आए सुमेश शौक़ीन को प्रत्याशी बनाया गया है। सीलमपुर से मौजूदा विधायक अब्दुल रहमान की जगह जुबेर अहमद को टिकट दिया गया है। किराड़ी से निवर्तमान विधायक ऋतुराज झा के बदले बीजेपी से आए अनिल झा को टिकट दिया गया है। आम आदमी पार्टी ने अपनी दूसरी सूची में दो मौजूदा विधायकों की सीट बदल दी है। मनीष सिसोदिया को पटपड़गंज के बजाए जंगपुरा से और राखी बिड़लान को मंगोलपुर के बजाए मादीपुर से टिकिट दिया है। पटपड़गंज से अवध ओझा को चुनावी मैदान में उतारा गया है। ऐसे ही गांधी नगर से नवीन चौधरी(दीपू) को फिर से बनाया गया उम्मीदवार, पिछली बार हार गए थे। रोहिणी से आप ने प्रदीप मित्तल, गांधी नगर से दीपू चौधरी और पटेल नगर से प्रवेश रतन को उम्मीदवार बनाया है। अरविंद केजरीवाल ने ऐसे ही अपने मौजूदा विधायकों के टिकट नहीं काटे बल्कि सोची-समझी रणनीति के तहत दांव खेला है। अरविंद केजरीवाल ने एक सर्वे कराया था, जिसमें कई मौजूदा विधायकों के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर की बात सामने आई थी। माना जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल ने अपने मौजूदा विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरों को उतारा है। इसके जरिए विधायकों के खिलाफ उपजी सत्ता विरोधी को मात देने की स्टैटेजी है। दिल्ली में केजरीवाल सरकार से ज्यादा नाराजगी विधायकों को लेकर है। यही वजह है कि पुराने चेहरों की जगह नए चेहरों को उतारकर मास्टरस्ट्रोक चला है।